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The Science of getting Rich|| D.WATTLES WALLANCE AND WALLANCE D. WATTLES

इंट्रोडक्शन (Introduction) क्या आप अमीर होने का ख्वाब देखते है? क्या आप एक अच्छी लाइफ जीना चाहते हो? क्या आप लाइफ में बेस्ट बनना चाहते हो? तो इस बुक में आप सक्सेस, हैप्पीनेस और अमीर बनने का सीक्रेट पढेंगे. आप चाहे जिस बैकग्राउंड से बिलोंग करते हो, फिर भी आप अमीर हो सकते हो. आपके सपने सच हो सकते है. क्योंकि ये बुक आपको अमीर बनने का एक्जेक्ट तरीका बताएगी. बस आपको वो टेक्नीक्स और गाइडलाइन्स फोलो करनी होगी जो इस बुक में दी गयी है. जो लाइफ आप जीना चाहते हो, आपसे ज्यादा दूर नहीं है. पर इसके लिए आपको एक सर्टेन वे में सोचना होगा. जो आपके पास है, आपको दूसरो के प्रति थैंकफुल होना चाहिए. आपकी कोशिश यही हो कि आप दूसरो के काम आ सके. आप इस बुक में पढ़ी हुई बातो को अपनी लाइफ में अप्लाई करोगे तो आपको कोई भी अमीर होने से नहीं रोक पायेगा.    द राईट टू बी रिच (The Right to be Rich) क्या अमीर होने की चाहत रखना गलत है? ऐसा कौन है जो एक आराम की लाइफ नहीं चाहता? क्या ये सपना देखना गलत है? नहीं, बिलकुल नहीं. अमीरी का मतलब सिर्फ पैसे से नहीं है. बल्कि इसका मतलब है कि आपके पास ऐसे टूल्स होने चाहिए जो

The Science of getting Rich|| D.WATTLES WALLANCE AND WALLANCE D. WATTLES

इंट्रोडक्शन (Introduction)
क्या आप अमीर होने का ख्वाब देखते है? क्या आप एक अच्छी लाइफ जीना चाहते हो? क्या आप लाइफ में बेस्ट बनना चाहते हो? तो इस बुक में आप सक्सेस, हैप्पीनेस और अमीर बनने का सीक्रेट पढेंगे. आप चाहे जिस बैकग्राउंड से बिलोंग करते हो, फिर भी आप अमीर हो सकते हो. आपके सपने सच हो सकते है. क्योंकि ये बुक आपको अमीर बनने का एक्जेक्ट तरीका बताएगी. बस आपको वो टेक्नीक्स और गाइडलाइन्स फोलो करनी होगी जो इस बुक में दी गयी है.
जो लाइफ आप जीना चाहते हो, आपसे ज्यादा दूर नहीं है. पर इसके लिए आपको एक सर्टेन वे में सोचना होगा. जो आपके पास है, आपको दूसरो के प्रति थैंकफुल होना चाहिए. आपकी कोशिश यही हो कि आप दूसरो के काम आ सके. आप इस बुक में पढ़ी हुई बातो को अपनी लाइफ में अप्लाई करोगे तो आपको कोई भी अमीर होने से नहीं रोक पायेगा. 
द राईट टू बी रिच (The Right to be Rich)
क्या अमीर होने की चाहत रखना गलत है? ऐसा कौन है जो एक आराम की लाइफ नहीं चाहता? क्या ये सपना देखना गलत है? नहीं, बिलकुल नहीं. अमीरी का मतलब सिर्फ पैसे से नहीं है. बल्कि इसका मतलब है कि आपके पास ऐसे टूल्स होने चाहिए जो आपकी बॉडी, माइंड और सोल को डेवलप करे. जो अमीर होता है वही अपनी फुल पोटेंशियल अचीव कर सकता है. एक हेल्दी बॉडी के लिए आपको खाना, कपड़े और सर के ऊपर छत चाहिए इसके साथ ही आपको पूरा रेस्ट भी मिलना चाहिए जिससे कि आप रीक्रिएशन कर सको. लेकिन ये सब आपके पास तब होगा, जब आपके पास अमीरी आएगी.
हेल्दी माइंड के लिए हमे अच्छी और मोटिवेशनल बुक्स पढनी चाहिए. हमे ट्रेवल करना चाहिए जिससे कि हम इस दुनिया को एक्सप्लोर कर सके. हमे आर्ट की समझ होनी चाहिए और आर्ट को एप्रीशिएट करना भी आना चाहिए. लेकिन आपको पढने-लिखने के लिए, स्टडी करने के लिए और दुनिया घूमने के लिए पैसा चाहिए. अपनी आत्मा को प्योर रखने के लिए सबसे प्यार करो. एक अच्छे लाइफ पार्टनर, अच्छे पेरेंट और देश के एक अच्छे नागरिक बनने के लिए आपके अंदर अमीरी होनी चाहिए. और अमीर होने की पोटेंशियल सबके अंदर है. ये बुक आपके लिए एक गाइड की तरह काम आएगी जो आपको बताएगी कि अमीर कैसे बना जाए ताकि आप अपनी लाइफ खुलकर जी सके. 
द साइंस ऑफ़ गेटिंग रिच (The Science of Getting Rich)
अगर आप इस बुक में दिए स्टेप्स को एक्जेक्ट फोलो करोगे तो आपका रिच बनने का ड्रीम पूरा हो सकता है. यही इसका साइंस है क्योंकि आपको एक सर्टेन वे में चीज़े करनी है. आप कौन हो, क्या हो इससे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि जब आप एक सर्टेन वे में चीजो को अप्लाई करोगे तो बेशक आप रिच बन सकते हो. और इसके लिए आपको किसी अमीर फेमिली में पैदा होने की भी जरूरत नहीं है. क्योंकि अगर ऐसा होता तो किसी एक जगह के सारे लोग अमीर होते और दूसरी जगह के सारे गरीब.
अब एक एक्जाम्पल लेते है डेवलपिंग कंट्रीज़ का जहाँ कई सारे लोग गरीबी की जिंदगी जीने को मजबूर होते है. लेकिन यहाँ कुछ लोग बेहद अमीरी की लाइफ भी जीते है. तो ऐसा क्यों है? चलो मान लेते है कि मिस्टर ए और मिस्टर बी एक ही टाउन में रहते है. दोनों फ्रूट बेचने का बिजनेस करते है. लेकिन मिस्टर ए अमीर बन जाता है जबकि मिस्टर बी गरीब रहता है. तो ऐसा क्यों हुआ? सच तो ये है कि कोई इंसान अपने माहौल की वजह से अमीर नहीं होता बल्कि इसलिए होता है क्योंकि वो चीजों को एक सर्टेन वे में करता है. क्या अमीर होना कोई अनोखा टेलेंट है या कोई स्किल है? चलो एक और एक्जाम्पल लेते है.
मिस्टर एक्स का और मिस्टर वाय का. दोनों मास्टर कारपेंटर्स है. दोनों के पास अमेजिंग कारपेंटरी स्किल्स है. पर मिस्टर एक्स अमीर बनता है और मिस्टर वाय वही का वही रह जाता है. इसलिए हम ये मान सकते है कि अमीर बनने के लिए किसी स्पेशल टेलेंट की ज़रूरत नहीं पड़ती. बस, आपको अमीर होने का साइंस अप्लाई करना है यानी एक सर्टेन वे में चीज़े करनी है. आपको कुछ इफेक्टिव स्टेप्स लेने होंगे. फिर कोई फर्क नही पड़ता कि आप अपनी लाइफ में कहाँ और किस पोजीशन में है. चाहे आपके पास पैसा हो या ना हो या फिर आपकी कोई पहचान ना हो या आपके अमीर दोस्त हो या ना हो, इसके बावजूद आप अमीर बन सकते हो. बस इस बुक के स्टेप्स फोलो करते जाओ और अपना ड्रीम पूरा कर लो. 
इज़ अपोर्च्यूनिटी मोनोपोलाइज्ड (क्या अपोरच्यूनिटी को मोनोपोलाइज किया जा सकता है ?)Is Opportunity Monopolized?
ये कहना एकदम गलत होगा कि दुनिया के हर ऐशो-आराम पर बस कुछ लोगो का ही कब्ज़ा है इसीलिए बाकि लोग गरीबी में जी रहे है. सच तो ये है कि इस दुनिया में सबके लिए भरपूर साधन और मौके मौजूद है. क्योंकि ऊपर वाले और नैचर के पास किसी चीज़ की कमी नहीं है. इस यूनिवर्स में एक फॉर्मलेस सब्सटेंस है.
एक ऐसी अनट्रेप एनर्जी जो हमारे काम आ सकती है. और आपके पास वो पॉवर है जो इस फॉर्मलेस एनर्जी को अपने कण्ट्रोल में कर ले. जो चीज़ आप पाना चाहते हो, इस एनर्जी को आप उस चीज़ में ट्रांसफ्रॉम कर सकते हो. यही वो तरीका है जो आपको भी इस दुनिया का एक अमीर इंसान बना सकता है. 
द फर्स्ट प्रिंसिपल इन द साइंस ऑफ़ गेटिंग रिच (The First Principle in the Science of Getting Rich)
जो आप चाहते हो, उसे आप अपने आस-पास के फॉर्मलेस सब्सटेंस से कैसे क्रिएट करोगे ? तो जवाब है “थौट” यानी आपके विचार. आपके अंदर की इमेजिनेशन. जितनी भी चीज़े आज आप यूज़ कर रहे हो, सब थौट का नतीज़ा है. जैसे एक्जाम्पल के लिए जिस चेयर में आप बैठे हो, जो बुक आप पढ़ रहे हो, इंटरनेट और स्मार्टफोन जो आप यूज़ करते हो. ये सारी चीज़े किसी ना किसी के माइंड में सबसे पहले आई थी. जो भी चीज़े हम यूज़ करते है, वो कभी एक आईडिया था.
आज जो हम मॉडर्न टेक्नोलोजी यूज़ कर रहे है, वो भी सीरीज़ ऑफ़ थौट का नतीज़ा है. जिस बिल्डिंग में आप काम करते हो या रहते हो वो भी एक सीरीज ऑफ़ थौट का नतीज़ा है. ह्यूमन एक थिंकिंग मशीन है. सच तो ये है कि हमे अब तक अपने थौट्स की पॉवर का अंदाजा नहीं है. अब आप यहाँ “साइंस ऑफ़ गेटिंग रिच” के फर्स्ट 3 प्रिंसिपल सीखोगे. फर्स्ट प्रिंसिपल है” एक फॉर्मलेस सब्सटेंस है जिसने इस सारे यूनिवर्स को घेर रखा है”. सेकंड प्रिंसिपल है” हमारा एक थौट इस सब्सटेंस को एक फॉर्म दे सकता है” और थर्ड प्रिंसिपल है” कोई भी इंसान अपने थौट से फॉर्मलेस सब्सटेंस को उस चीज़ में बदल सकता है जो उसे चाहिए”. 
ये सर्टेन वे में सोचने का एक तरीका है.
अगर आपको सच में कुछ चाहिए तो आपको उसके बारे में कुछ इस तरह सोचना होगा कि वो चीज़ आपको मिल जाए. उस चीज़ की सारी डिटेल्स अपने माइंड में रख लो. उसे फील करो, देखो और टच करो. सोचो कि तुम उस चीज़ को हासिल कर चुके हो. उस चीज़ पर डीपली फोकस करो. अपने आईडिया को कभी झूठ मत समझो. इस तरीके से आपका थौट उस फॉर्मलेस सब्सटेंस को एक शेप देगा. और एक टाइम आएगा जब वो चीज़ सच में आपकी हो जायेगी.
इसी तरह अगर आप अमीर बनना चाहते हो तो कभी भी गरीबी के बारे में मत सोचो. खुद को हेल्दी समझोगे तो बीमार नहीं पड़ोगे. हमारे पोजिटिव थौट्स में एक पॉवर होती है. इसलिए अपने माइंड में हमेशा अमीरी का ख्याल रखो. खुद को अमीर समझोगे तो अमीर बनोगे और गरीब और लाचार समझोगे तो वही आपकी किस्मत बन जाएगी. खुद पर यकीन रखो. एक दिन आपके सपने जरूर सच होंगे. शक की ज़रा भी गुंजाईश मत रखो. चाहे जैसे हालात हो, हार मत मानो. और इस बात पे हमेशा यकीन रखो कि एक दिन आप अमीर बनोगे. 
इनक्रीजिंग लाइफ (Increasing Life)
आपको लाइफ में सब कुछ चाहिए तो अमीर होना पड़ेगा. आपको लाइफ फुल जीने के लिए अमीर होना पड़ेगा. क्या आप मासलो’स हाईराकी ऑफ़ नीड (Maslow’s Hierarchy of Need) जानते है ?  ये कहता है कि इन्सान की सबसे बड़ी जरूरत है खाना, कपड़े और घर. उसके बाद आती है सिक्योरिटी. और अगर किसी के पास ये सब कुछ है तो वो अपनी फुल पोटेंशियल यूज़ कर सकता है. खाने, कपड़े और घर की बेसिक नीड्स पूरी करने के लिए आपको पैसा चाहिए.
इसलिए अमीर बनने की चाहत का मतलब है कि आप एक बेस्ट पर्सन बनना चाहते हो. ये चाहत है खुश रहने की, सक्सेसफुल बनने की और प्यार पाने और प्यार लेने की. और ये सब कौन नहीं चाहेगा? ऊपर वाला चाहता है कि आप अमीर बनो. क्योंकि आप अमीर होगे तभी आप एक बैटर इंस्ट्रूमेंट बन सकोगे. ताकि ऊपरवाला आपके जरिये ज्यादा से ज्यादा लोगो की हेल्प कर सके. यूनिवर्स आपको अमीर देखना चाहता है. इसिलए नैचर के पास हमे देने को इतना कुछ है जितना कि हम सोच भी नही सकते. और ये चीज़ आपको याद रखनी होगी. आपका अमीर होने का सपना सिर्फ आपका नही है बल्कि ऊपरवाले और यूनिवर्स की मर्जी भी इसमें शामिल है. आपका पर्पज क्रिएट करना है नाकि डिस्ट्रॉय करना.
आपको लालच या मज़े लेने के लिए अमीर नहीं बनना है बल्कि आपको दूसरो के काम भी आना है. आपको अपनी बॉडी, सोल और माइंड का अच्छे से ख्याल रखना है और इसके लिए आपको अमीर बनना है. आपको अपनी अमीरी का यूज़ करके अपने खाने, कपड़े और शेल्टर का प्रॉपर इंतजाम करना है. आपको दुनिया घूमने के लिए और नई-नई चीजों को सीखने के लिए अमीर बनना है. आपको सच की खोज के लिए अमीर बनना है. आपको इसलिए अमीर बनना है ताकि आप लोगो से प्यार कर सको , लोगो में प्यार बाँट सको और अच्छे काम कर सको.
आपके अमीर बनने का गोल कॉम्पटीशंन नहीं है बल्कि क्रिएशन है. क्योंकि धोखा देना, चोरी करना और किसी का फायदा उठाना एकदम गलत बात है. जो आपका नहीं है, उस पर आपका कोई हक नहीं है. जो पैसा किसी कॉम्पटीशन में कमाया जाता है वो कभी सच्ची ख़ुशी नहीं देता और जल्दी ही खत्म हो जाता है. क्योंकि ऐसा पैसा आज आपके पास है तो कल किसी और के पास होगा. इसलिए कॉम्पटीशंन मत करो. क्योंकि जो आपका है, आपका रहेगा. क्योंकि इस यूनिवर्स में फॉर्मलेस सब्सटेंस की कोई कमी नहीं है. 
 हाउ रिचेस कम टू यूं (ow Riches Come to You)
अब, जो चीज़ आपको चाहिये उसे एक्जेक्टली कैसे पाया जाये. यानी फॉर्मलेस सब्सटेंस को रियेलिटी में कैसे बदला जाए. और वो तरीका है आपके थौट्स की पॉवर से. जैसे कि मान लो, आपको एक सिलाई मशीन चाहिए. तो सबसे पहले आपके माइंड में सिलाई मशीन की एक क्लियर इमेज बनेगी. आप इसकी हर डिटेल्स के बारे में सोचोगे. फिर ये सोचो कि सिलाई मशीन आपको मिल गयी है.
ये आपकी हो चुकी है. डाउट मत करो. बस यकीन रखो कि आपके पास सिलाई मशीन है. अब फॉर्मलेस सब्सटेंस कोई ना कोई रास्ता निकाल के सिलाई मशीन आप तक पहुंचा देगी. बेशक ये आपको तुंरत ना मिले. लेकिन अगर आपका पर्पज अपनी और दूसरो की लाइफ इम्प्रूव करना है तो यूनिवर्स इस सिलाई मशीन को आप तक पहुंचा के ही रहेगी. बस आपको यकीन रखना होगा.
एक बार बिल नाम का एक गरीब आदमी था. वो एक डेली वेज अर्नर था. बिल एक छोटे से फ्लैट में रहता था और किसी तरह तीन टाइम के खाने का जुगाड़ कर लेता था. बिल रोज़ एक ही कपड़े पहनकर काम पे जाता था. एक दिन उसने सोचा कि वो ऊपरवाले से सोने के लिए एक नया मैट और एक कोल स्टोव मांगेगा जिसे वो विंटर्स में यूज़ कर सके. बिल ने भी इस बुक में दिए स्टेप्स फोलो किये. उसके माइंड में स्टोव और मैट की क्लियर इमेज थी. उसे ज़रा भी डाउट नही था कि उसे ये चीज़े नहीं मिलेंगी. फिर क्या था ?
जल्दी ही कुछ मंथ्स बाद बिल ने एक मैट और स्टोव खरीद ही लिया. क्योंकि उसे जॉब में अच्छी परफोर्मेंस के लिए बोनस मिला था. फिर बिल ने सोचा कि वो इसी तरह और चीज़े भी ले सकता है. कैसा रहे कि इस बार अगर वो घर का सपना देखे? तो उसने घर की डिटेल्स इमेजिन की. वो यही सोचता रहता था कि उस घर की विंडो कहाँ होगी, चेयर कहाँ रखेगा और बाकि चीज़े कैसी होगी. उसके बाद बिल ऐसे रहने लगा जैसे कि उसका घर सच में बन गया हो.
इसकी वजह से काम पे उसकी परफोर्मेंस भी बैटर होने लगी. उसने अपनी हेल्द का ध्यान रखना भी शुरू कर दिया था. वो सुबह जल्दी उठता था और एक पोजिटिव एटीट्यूड के साथ दिन की स्टार्टिंग करता था. और कुछ सालो में ही बिल ने अपना एक घर खरीदा. उसने एक लविंग फेमिली का भी सपना देखा था और वो भी पूरा हुआ. बिल आज इसीलिए अमीर है क्योंकि उसने कभी अपने सपनों पर डाउट नही किया. 
ग्रेटीट्यूड (Gratitude)
आपको जो भी अच्छा और भरपूर मिले उसके लिए शुक्रगुज़ार रहो. इस तरह आप फॉर्मलेस सब्सटेंस और यूनिवर्स के साथ एक अच्छा रिश्ता मेंटेन रख सकते हो. क्योंकि कई ऐसे भी अमीर लोग है जो अनग्रेटफुल थे और आज वो फिर से गरीब है. अगर आप ग्रेटफुल रहोगे तो आप और अमीर होते जाओगे. आपको लोगो की और ज्यादा ब्लेसिंग मिलेगी. क्योंकि ग्रेटफुल रहने से हम ऊपरवाले के और भी कर्रीब आ जाते है.
इससे आप फॉर्मलेस सब्सटेंस के साथ एक हार्मोनी भरा रिलेशनशिप बनाये रखते हो. जिस दिन आप शुक्रिया अदा करना भूल जाते हो, जिस दिन आप एक मतलबी, एरोगेंट और अनग्रेटफुल  इन्सान बन जाते हो, उसी दिन से आपकी अमीरी खत्म हो जाती है. एक ग्रेटफुल माइंड अच्छा ही अच्छा करता है और उसे बदले में सब कुछ अच्छा मिलता है. इसलिए आपके पास जो कुछ है उसके लिए शुक्रगुजार रहो. जो आपके पास है उसे एन्जॉय करो और दूसरो को भी इंस्पिरेशन दो. 
थिंकिंग इन द सर्टेन वे (Thinking in the certain way)
आपको जो चाहिए, उसकी एक क्लियर इमेज आपके माइंड में होनी चाहिए, क्योंकि आप यूं ही कोई गोल नहीं बना सकते. अगर आपको घर चाहिए तो आपको सोचना होगा” मुझे एक सुंदर घर चाहिए” उसकी एक डेडलाइन भी सेट करो. आपके माइंड में अपने सपनों के घर की एक्जेक्ट तस्वीर होनी जरूरी है. आपको श्योर करना होगा कि घर कैसा दिखे, कितना बड़ा हो , उसका इंटीरियर कैसा हो वैगेरह. कुछ लोग बोलते है” मुझे स्कसेसफुल बनना है ” या “मुझे खूब सारा पैसा चाहिए” लेकिन ये सब कहने की  बाते है. इनमे कोई क्लेयरिटी नहीं है.
आपको फॉर्मलेस सब्सटेंस को एक स्पेशिफिक मैसेज भेजना होगा तब जाकर आपके सपने पूरे होंगे. इसलिए जो चाहिए उसके बारे में क्लियर इमेज बना लो तभी वो चीज़ आपको मिल पाएगी. जरा सोचो कि आप अपने फ्रेंड को ई-मेल भेजते हो जिसमे कुछ शब्द लिखे है. आप अपने फ्रेंड को एक क्लियर मैसेज देते हो जो उसे समझ आएगा. लेकिन अगर आप उसे डिक्शनरी से कोई भी वर्ड्स उठाकर मैसेज करते हो तो क्या उसे समझ आएगा? ठीक ऐसे ही फॉर्मलेस सब्सटेंस को जब तक आप क्लियर मैसेज नहीं दोगे, उसे भी समझ नहीं आएगा.
आपको अपने सपनों के लिए एक पैशन क्रिएट करना होगा, यानी आपको वो चीज़ हर हाल में चाहिए. अपने फ्री टाइम में उसी चीज़ का ख्याल करो, माइंड में उसकी एक डिटेल्ड इमेज बना लो और मान के चलो कि वो चीज़ आपको मिल गयी है. जितना हो सके उसे रियल बनाओ. और उसके लिए ऊपरवाले का शुक्रिया अदा करना मत भूलो. प्राथना का मतलब केवल शब्दों को दुहराना नहीं है.
एक इमेज हमेशा आपके माइंड में रहनी चाहिए. आप चाहे जहाँ रहे, जो भी करे, ये इमेज आपके साथ रहेगी. अब, नेक्स्ट चीज़ है कि आप हर हाल में खुश रहो. क्या होगा अगर आपको वो चीज़ मिल जाये जिसके आप सपने देखते हो? अपना हर दिन ख़ुशी में और एक उम्मीद के साथ जियो. और अपना पर्पज कभी मत भूलो. क्योंकि एक साइंटिस्ट और एक डे-ड्रीमर के बीच यही तो एक डिफ़रेंस है. 
हाउ टू यूज़ द विल ( अपनी विलपॉवर को कैसे यूज़ करे ) How to Use the Will
आपको अपनी विलपॉवर सिर्फ खुद के लिए यूज़ करनी है. क्योंकि आप दूसरो को अपने जैसा करने के लिए फ़ोर्स नही कर सकते. हाँ मगर आप दूसरो के आगे अपना एक्जाम्पल सेट करके उन्हें इंस्पायर कर सकते हो. अपनी विल पॉवर को दूसरो पर यूज़ करना गलत होगा. आप उन्हें ये नही बोल सकते” ये तुम्हारे लिए अच्छा है” क्योंकि आप वाकई नहीं जानते कि किसी और के लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा. इसी तरह आप साइंस ऑफ़ गेटिंग रिच भी खुद पे ही अप्लाई कर सकते हो.
इसलिए आपको एक सर्टेन वे फोकस करो और एक्शन लो. अपने आईडियाज दूसरो पर मत थोपो. याद रखो कि आपको इस फॉर्मलेस सब्सटेंस के साथ एक पोजिटिव इम्प्रेशन मेंटेन करना है. इसके लिए किसी शक या गुंजाइश की कोई जगह नहीं है. आपका हर डाउट आपको अपने सपने से दूर ले जायेगा. इसलिए अपने सपनों को प्रोटेक्ट करो. कभी गरीबी या बिमारी के बारे में मत सोचो. अगर वाकई में अमीर बनना चाहते हो तो गरीब होने का ख्याल मन से निकाल दो. गरीबी के बारे में सोचते रहने से कोई अमीर नहीं बन सकता. बिमारी की बात सोचते रहने से कोई हेल्दी नहीं बन सकता.
अगर आप गलत चीज़ के बारे में सोचते रहोगे तो कभी सही कदम नहीं उठा सकते. इसी तरह नेगेटिव चीजों के बारे में सोचते रहने से आप उन्हें अपनी तरफ अट्रेक्ट करने लगेंगे. आपके लिए अच्छा यही होगा कि आप चैरिटी से दूर रहे. नहीं, हम आपको ये नही कहते कि आप पत्थर-दिल बनो. बल्कि किसी गरीब को रोटी से देने से अच्छा है कि आप उसे इंस्पायर करो, उसे कोई अपोर्च्यूनिटी प्रोवाइड करो. आपको उनके माइंड में अमीरी का आईडिया डालना है. यही सबसे बढिया तरीका है गरीबो की प्रोब्लम को दूर करने. मान लो आपने किसी गरीब को आज पैसा या रोटी दे दी लेकिन कल फिर उसके पास कुछ नहीं होगा. इसलिए गरीब को हेल्प मत करो बल्कि उसे गरीबी दूर करने का सोल्यूशन दो. आप उन्हें सिखा सकते हो कि अपनी गरीबी कैसे दूर की जाए. 
लेकिन आप ये करोगे कैसे? इसके लिए पहले आपको खुद अपनी लाइफ की गरीबी दूर करनी होगी. आप एक अपना एक्जाम्पल देकर दूसरो को इंस्पिरेशन दे सकते हो. अगर गरीब लोग आपको गरीब से अमीर बनते हुए देखेंगे तो वो समझ जायेंगे कि अमीर बनना पॉसिबल है. और फिर आपकी तरह वो भी अपनी लाइफ में कुछ करने के लिए इंस्पायर होंगे. इमेजिन करो कि आप अमीरी की सीढ़ी चढ़ रहे हो और दूसरो को भी उसपे चढने के लिए इंस्पायर कर रहे हो. आप उस सीढ़ी को नही गिराते क्योंकि आप दूसरो को नहीं गिराना चाहते. बल्कि आप ऊपर उठने में उनकी हेल्प करते हो. आप गरीब लोगो को गाइड करके अमीर बनने का रास्ता दिखाते हो ताकि वो भी अपनी फुल पोटेंशियल यूज़ करके अपनी लाइफ में एक पोजिटिव चेंज ला सके. 
एक्टिंग इन द सर्टेन वे ( एक सर्टेन वे में काम करना ) Acting in the Certain Way 
जब हम बोलते है कि एक सर्टेन वे में सोचो तो इसका मतलब क्या है ? यानी आप क्या चाहते हो, उसका एक क्लियर आईडिया होना जरूरी है. एक्टिंग इन अ सर्टेन वे का मतलब क्या है? इसका मतलब है जो करो, अभी करो. इसका मतलब है कि अपने प्रेजेंट में जियो. अमीर बनने के लिए पास्ट को भूलना होगा और फ्यूचर की टेंशन छोड़नी होगी. सिर्फ अपने आज पर ध्यान दो. जो आज का काम है, उसे करो और बेस्ट वे में करो. आज से ज्यादा इम्पोर्टेंट टाइम और कोई नहीं है.
जैसे एक्जाम्पल के लिए अगर आप कोई बिजनेस करने की सोच रहे हो या नयी जॉब स्टार्ट करना चाहते हो तो आज ही एक्शन लो. किसी एक्सटर्नल मोटिवेशन का वेट मत करो. अगर आप आज राईट काम करते हो तो फ्यूचर भी अच्छा होगा. अगर आपकी प्रजेंट जॉब में आपका प्रोमोशन नहीं हो रहा तो नेक्स्ट जॉब में जरूर होगा. आप अपना बेस्ट देते रहो. आपको अपोर्च्यूनिटी जरूर मिलेगी. जितनी जल्दी आप एक्शन लोगे उतनी जल्दी मंजिल तक पहुंच पाओगे और उतनी ही जल्दी आपके सपने सच होंगे. 
 एफिशिएंट एक्शन (Efficient Action)
हर दिन को भरपूर जियो. खुद को ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्टिव बनाओ. क्योंकि अगर आप ऐसा नही करते तो आप इकोनॉमी पर, गवर्नमेंट पर और इस दुनिया पर एक बोझ से ज्यादा और कुछ नही हो. आपका हर दिन आपके लिए या तो सक्सेस लेकर आता है या फेलर. लेकिन अगर आपके हिस्से में फेलर ज्यादा है तो आप गरीब ही रहोगे. और अगर स्कसेसफुल दिन ज्यादा होंगे तो आप एक अमीर आदमी बन सकते हो. जो लोग अपने आज के काम को कल पर टालते है, उन्हें बाद में पछताना पड़ता है. एक रेन ड्राप यानी बारिश की बूँद इमेजिन करो.
एक बूँद भी पानी में हलचल पैदा कर सकती है तो आप समझ सकते हो कि एक सिंगल टास्क की क्या इम्पोर्टेंस है. जहाँ एक छोटा सा भलाई का काम कई सारी अपोर्च्यूनिटीज़ क्रिएट कर सकता है. वही एक बुरा काम भी लाइफ को मुसीबतों में डाल सकता है. और एक बात नोट करो लो कि प्रोडक्टिव होने और बिज़ी होने में फर्क है. इसलिए हमेशा वही काम करो जिसका कुछ फायदा हो. और अपन हर काम को एक एफिशिएंट तरीके से करो. तभी आप खुद को प्रोडक्टिव बोल सकते हो. जो लोग अपना हर एक दिन प्रोडक्टिव बनाते है, सक्सेस और अमीरी उन्ही को मिलती है. 
गेटिंग इनटू द राईट बिजनेस (सही बिजनेस चूज़ करना )Getting Into the Right Business

जिस बिजनेस में आप सबसे ज्यादा इंट्रेस्टेड हो उसी में इन्वेस्ट करो. आपको क्या करना सबसे अच्छा लगता है ? आपके लिए बेस्ट प्रोफेशन या बिजनेस वही होगा जो आपकी हॉबी है. आपकी खुशियों और अमीर बनने का तरीका सिर्फ यही है. पर अगर आप सोचते हो कि आपके अंदर कोई टेलेंट या स्किल नहीं है तो टेंशन की कोई बात नहीं क्योंकि लाइफ हमे सीखने का मौका हमेशा देती है. जितना हो सके उतना खुद को ट्रेन करो. ट्रेनिंग को काम मत समझो बल्कि उसे फन की तरह एन्जॉय करो. बेशक आपको अभी अपना काम पसंद ना हो फिर भी अपना बेस्ट दो. हमेशा प्रोडक्टिव और मोटीवेटेड रहो. क्योंकि आपके लिए अपोर्च्यूनिटीज़ का रास्ता यही से खुलेगा. 
द इम्प्रेशन ऑफ़ इन्क्रीज़ (The Impression of Increase)
हम सब लाइफ में ज्यादा से ज्यादा हासिल करना चाहते है. ये एक नैचुरल चीज़ है. हमे ज्यादा नॉलेज\, ज्यादा खूबसूरती, ज्यादा पैसा और ज्यादा ख़ुशी चाहिए. हम सब लाइफ में ग्रो करना चाहते है. जो लोग आपकी लाइफ में है, जिनसे आप रोज़ मिलते हो, उनका शुक्रिया अदा करो. अपने हर काम में और ज्यादा एफर्ट, एनर्जी और सर्विस दो. जैसे एक्जाम्पल के लिए अगर आप कोई बिजनेस चलाते हो तो अपने कस्टमर्स को ज्यादा से ज्यादा वैल्यू दो.
उन्हें सिर्फ अपनी सर्विस और प्रोडक्ट ही नहीं बल्कि कुछ एक्स्ट्रा दो जिसे वो हमेशा याद रखे और आपके कस्टमर बने रहे. छोटी-छोटी बातो को आप वैल्यूएबल बना सकते हो जैसे कि अपने कलीग को कोई फ़ाइल सबमिट करते वक्त फेस पर स्माइल रखो ताकि उसे भी अच्छा लगे. इस तरह आप अपनी फ्यूचर ग्रोथ को कल्टीवेट करते हो और आपको आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे. लोगो को आपके अंदर सक्सेस की निशानी मिलेगी. और वो आपकी तरफ और ज्यादा अट्रेक्ट होंगे और आपके साथ बिजनेस करना चाहेंगे. ऊपरवाला, ये यूनिवर्स और लाइफ सोर्स आपके अंदर आगे बढ़ने की एनर्जी पैदा करेगा.
और इस तरह आपको लोगो की और भी ज्यादा ब्लेसिंग मिलेगी और आप हर तरह के ऐशो-आराम को एन्जॉय कर पाओगे. लेकिन सक्सेस अचीव करने के बाद दूसरो पर कण्ट्रोल करने की चाहत मत रखो. क्योकि ये आपकी प्रोग्रेस को एक नेगेटिव इफ्केट देगी. अपने माइंड के मास्टर बनो नाकि गुलामो के. एक बात हमेशा माइंड में रखो” मुझे जो अपने लिए चाहिए, वही सबके लिए भी चाहिए” इस माइंडसेट के साथ चलोगे तो सारा संसार आपके कदमो में होगा और इस दुनिया की हर ख़ुशी आपको मिलेगी. क्योंकि जो जितना शेयर करता है, उसे उतना ही मिलता है. 

द एडवासिंग मेन (The Advancing Man)
इस बुक की टेक्नीक्स सभी पर अप्लाई हो सकती है चाहे आप किसी भी फील्ड के हो. आप रूल ऑफ़ इनक्रीज यूज़ कर सकते हो, फिर चाहे आप एक डेली वेजर हो, या अपना बिजनेस चलाते हो या चाहे आप एक लॉयर हो या एक्जीक्यूटिव. जैसे एक्जाम्पल के लिए, एक डॉक्टर जो अपने पेशेंट को जितना ज्यादा केयर करेगा और उनकी जितनी ज्यादा सेवा करेगा, उसके पास उतने ही ज्यादा पेशेंट आयेंगे. और इस तरह वो एक फेमस और सक्सेसफुल डॉक्टर बन जाएगा. एक टीचर जो अपने स्टूडेंट्स को दिल से पढाता है और उन्हें आगे बढ़ने में हेल्प करता है, उसकी जॉब कभी नहीं छूट सकती, क्योंकि उसके पास अपने स्टूडेंट्स का फेवर है. उसके पास लोगो की दुआए है. 
तो क्या हुआ अगर आप एक डेली वेज वाले हो, ऐसा कभी मत सोचना कि आप अमीर नही बन सकते, या आपको ग्रो करने का चांस नहीं मिलेगा. ऊपरवाला आपकी मेहनत और आपकी स्किल्स देख रहा है. और वो टाइम ज़रूर आएगा जब आपको अपनी मेहनत का फल मिलेगा. आप जो आज हो, उससे आगे बढ़ने का मौका आपको जरूर मिलेगा. क्योंकि आप अपने रोल से बड़े हो, बेशक आपको अभी तक प्रोमोशन नही मिली लेकीन एक दिन जरूर मिलेगी. या आपका बॉस आपके काम की तारीफ नहीं करता तो कोई और जरूर करेगा. आपको जल्दी ही वो सब हासिल करोगे जो आप डिज़र्व करते हो.
अगर आप हर दिन एक विश्वास के साथ जीते हो, अगर आपकी लाइफ का कोई पर्पज है तो आप कभी फेल नहीं हो सकते. हम आपको चार्ली की स्टोरी सुनाते है जो एक वेज अर्नर था. 10 सालो तक क्लर्क की जॉब करने के बाद उसके पास इतनी सेविंग थी कि खुद का फार्म शुरू कर सके. चार्ली हमेशा से अपना एक फार्म खरीदना चाहता था जहाँ वो सब्जियाँ वगैरह उगाए और थोड़े जानवर पाले. ये ड्रीम उसके मन में कई सालो से था जो आखिरकार एक दिन पूरा हुआ. चार्ली ने अपनी सेविंग से एक दस एकर का लैंड खरीद कर उस पर फार्म बना लिया. चार्ली ने खूब मेहनत की. वो सीज़न के हिसाब से डिफरेंट वेजिटेबल्स उगाता था. उसने फार्म में कुछ जानवर भी रखे जैसे पिग्स, मुर्गियां और बत्तख.
चार्ली और उसकी वाइफ ने फार्म की वेजिटेबल्स और एनिमल प्रोडक्ट्स जैसे अंडे, चिकन वगैरह मार्किट में बेचना शुरू किया. धीरे-धीरे उनका प्रॉफिट बढ़ता गया. चार्ली ने कुछ और जमीन खरीदी और वहां भी एनिमल्स रखे. उसने अपने रिलेटिव्स को बोला कि वो लोग फार्म में उसके साथ काम करे. फिर उसने अपने पड़ोसियों को भी साथ मिलकर काम करने का ऑफर दिया. और इस तरह चार्ली ने अपने साथ-साथ दूसरो की भी लाइफ बदल दी. उसका बिजनेस काफी ग्रो कर रहा था. चार्ली अपने काम को वैल्यू देता था इसीलिए उसके कस्टमर्स बढ़ते चले गए. चार्ली अब एक अमीर आदमी बन चूका था. अपने अच्छे और पक्के इरादों की वजह से ही चार्ली अपनी गरीबी दूर करने में कामयाब हुआ था. 
कनक्ल्यूजन (Conclusion)
इस बुक के थ्रू आपने सीखा कि अमीरी पर सबका हक है. हर एक को अमीर बनने का राईट है. क्योंकि इस दुनिया में सबके लिए अपोर्च्यूनिटीज़ है. ये फॉर्मलेस सब्सटेंस लिमिटलेस है. हर वो इंसान जिसके पास एक क्लियर इमेज है, जिसे खुद पे स्ट्रोंग बिलीव है और जो एक नोबल पर्पज के साथ जीना चाहता है, वो एक दिन अपने अमीर बनने को ज़रूर पूरा कर सकता है. आपने इस बुक से सीखा कि अमीर होने के लिए हमे एक सर्टेन तरीके से सोचना है और एक्शन लेना है. आपने ये भी सीखा कि आप कम्पटीशन के थू कभी अमीर नहीं बन सकते.
अपनी लाइफ में लोगो को थैंक यू बोलना कभी मत भूलो और हमेशा अपनी खुशियाँ दूसरो से शेयर करो. अपने आस-पास खुशियाँ बांटो और जितना हो सके लोगो की हेल्प करो. ऊपरवाला भी उनके सपने पूरे करता है जो डिज़र्व करते है. इसलिए अपने फेथ और पर्पज पर डटे रहो. अमीर होने का ड्रीम देखना ना तो कोई बुरी बात है और ना ही ये ड्रीम पूरा करना इम्पॉसिबल है. आप जब तक अपनी और दूसरों की लाइफ में इम्प्रूवमेंट लाने की कोशिश करोगे तब तक आपके सारे सपने पूरे होते रहेंगे. 
 
 

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